Aarti Kuber Ji Ki | कुबेर जी की आरती | धन सम्पति की प्राप्ति के लिए

Aarti Kuber Ji Ki | कुबेर जी की आरती – धन-सम्पति और सुख समृद्धि की प्राप्ति के लिए श्री कुबेर जी की आराधना और स्तुति सम्पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ करें.

श्री कुबेर जी की आराधना के लिए आप श्री कुबेर चालीसा ( Shri Kuber Chalisa ) का पाठ करें और श्री कुबेर जी की आरती श्रद्धा और भक्ति के साथ करें.

कुबेर जी को धन सम्पति का देवता माना जाता है. माता लक्ष्मी जी के साथ श्री कुबेर जी की भी पूजा करना अत्यंत ही शुभ माना जाता है. धनतेरस और दिवाली के दिन श्री कुबेर जी की पूजा करना अत्यंत ही शुभ और मंगलकारी होता है.

Aarti Kuber Ji Ki | कुबेर जी की आरती

Aarti Kuber Ji Ki
Aarti Kuber Ji Ki

|| श्री कुबेर आरती ||

ऊँ जय यक्ष कुबेर हरे,
स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे।
शरण पड़े भगतों के,
भण्डार कुबेर भरे।
ऊँ जय यक्ष कुबेर हरे……..

शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े,
स्वामी भक्त कुबेर बड़े।
दैत्य दानव मानव से,
कई-कई युद्ध लड़े ॥
ऊँ जय यक्ष कुबेर हरे……..

स्वर्ण सिंहासन बैठे,
सिर पर छत्र फिरे,
स्वामी सिर पर छत्र फिरे।
योगिनी मंगल गावैं,
सब जय जय कार करैं॥
ऊँ जय यक्ष कुबेर हरे……..

गदा त्रिशूल हाथ में,
शस्त्र बहुत धरे,
स्वामी शस्त्र बहुत धरे।
दुख भय संकट मोचन,
धनुष टंकार करें॥
ऊँ जय यक्ष कुबेर हरे……..

भांति भांति के व्यंजन बहुत बने,
स्वामी व्यंजन बहुत बने।
मोहन भोग लगावैं,
साथ में उड़द चने॥
ऊँ जय यक्ष कुबेर हरे……..

बल बुद्धि विद्या दाता,
हम तेरी शरण पड़े,
स्वामी हम तेरी शरण पड़े,
अपने भक्त जनों के,
सारे काम संवारे॥
ऊँ जय यक्ष कुबेर हरे……..

मुकुट मणी की शोभा,
मोतियन हार गले,
स्वामी मोतियन हार गले।
अगर कपूर की बाती,
घी की जोत जले॥
ऊँ जय यक्ष कुबेर हरे……..

यक्ष कुबेर जी की आरती,
जो कोई नर गावे,
स्वामी जो कोई नर गावे ।
कहत प्रेमपाल स्वामी,
मनवांछित फल पावे।
ऊँ जय यक्ष कुबेर हरे……..

॥ इति श्री कुबेर आरती ॥

Shri Kuber Ji Ki Aarti Lyrics

Kuber Ji Ki Aarti Lyrics

|| Kuber Ji Ki Aarti ||

Om Jai Yaksh Kuber Hare,
Swaami Jai Yaksh Kuber Hare
Sharan Pade Bhagato Ke,
Bhandaar kuber Bhare ।
Om Jai Yaksh Kuber Hare……….

Shiv Bhakto Me Bhakta Kuber Bade,
Swaami Bhakta Kuber Bade ।
Daitya Daanav Maanav Se
Kai-Kai Yuddh Lade ॥
Om Jai Yaksh Kuber Hare……….

Swarn Sinhaasan Baithe ,
Sir Par Chhatra Phire,
Swaami Sir Par Chhatra Phire ।
Yogini Mangal Gaavain,
Sab Jay Jay Kaar Karain ॥
Om Jai Yaksh Kuber Hare……….

Gada Trishul Haath Me,
Shastra Bahut Dhare,
Swaami Shastra Bahut Dhare ।
Sukh Bhay Sankat Mochan,
Dhanush Tankaar Bhare ॥
Om Jai Yaksh Kuber Hare……….

Bhaanti Bhaanti Ke Vyanjan Bahut Bane,
Swaami Vyanjan Bahut Bane ।
Mohan Bhog Lagaavain,
Saath Me Udad Chane ॥
Om Jai Yaksh Kuber Hare……….

Bal Buddhi Vidyaa Daataa,
Ham Teri Sharan Pade,
Swaami Ham Teri Sharan Pade|
Apane Bhakt Jano Ke,
Saare Kaam Sanvaare ॥
Om Jai Yaksh Kuber Hare……….

Mukut Mani Ki Shobhaa,
Motiyan Haar Gale,
Swaami Motiyan Haar Gale ।
Agar Kapur Ki Baati,
Ghee Ki Jot Jale ॥
Om Jai Yaksh Kuber Hare……….

Yaksha Kuber Ki Aarati
Jo Koi Nar Gaave,
Swaami Jo Koi Nar Gaave ।
Kahat Prempaal Swaami,
Manavaanchhit Phal Paave ।
Om Jai Yaksh Kuber Hare……….

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