Shani Aarti | शनि आरती – जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी

आज के इस अंक में हम Shani Aarti | शनि आरती – जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी | प्रकाशित कर रहें हैं.

श्री शनि देव जी की अन्य कई आरतियाँ हैं. आप किसी भी आरती के द्वारा श्री शनि देव जी की स्तुति कर सकतें हैं. शनि देव की सभी आरतियाँ हमारे इस साईट पर प्रकाशित की गयी है. सभी आरतियों का लिंक निचे दिया हुआ है. आप इन्हें जरुर देखें.

साथ ही शनि देव की आराधना के लिए आप शनि चालीसा | Shani Chalisa का पाठ अवस्य करें. शनि चालीसा पाठ करने के पश्चात आप शनि देव जी की आरती करें.

Shani Aarti | शनि आरती

Shani Aarti - Jai Jai Shri Shanidev Bhaktan Hitkari
Shani Aarti

|| श्री शनि आरती ||

जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी |
सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी ||

जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ………

श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी |
नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी ||

जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ………

क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है लिलारी |
मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी ||

जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ………

मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी |
लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी ||

जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ………

देव दनुज ऋषि मुनि सुमरिन नर नारी |
विश्वनाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी ||

जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ………

Shani Aarti Lyrics

Shani Aarti

|| Shri Shani Aarti ||

Jai Jai Shri ShaniDev Bhaktan Hitkari.
Suraj Ke Putra Prabhu Chhaya Mahtari.

Jai Jai Shri ShaniDev Bhaktan Haitkari ……..

Shyam Ank Wakra Drisht ChaturBhuja Dhari.
Nilamber Dhar Nath Gaj Ki Asawari.

Jai Jai Shri ShaniDev Bhaktan Haitkari ……..

Krit Mukut Shish Rajit Dipat Hai Lilari.
Muktan Ki Mala Gale Shobhit Balihari.

Jai Jai Shri ShaniDev Bhaktan Haitkari ……..

Modak Mishthan Paan Chadhat Hai Supari.
Loha Til Tel Udad Mahishi Ati Pyari.

Jai Jai Shri ShaniDev Bhaktan Haitkari ……..

Dev Danuj Rishi Muni Sumiran Nar Nari.
Wishwanath Dharat Dhyan Sharan Hain Tumhari.

Jai Jai Shri ShaniDev Bhaktan Haitkari ……..

शनि आरती विडियो

श्री शनि आरती विडियो निचे दिया हुआ है. आप इस विडियो को देखकर भी सही उच्चारण के साथ श्री शनि की आरती कर सकतें हैं.

Shani Aarti

Video source : YouTube

श्री शनि देव की आरती करना अत्यंत ही शुभ और मंगलकारी होता है. शनिदेव जी इस संसार के न्यायधीश की भूमिका का पालन करतें हैं. हमारे अच्छे और बुरे कर्मो, हमारे धार्मिक और पाप कर्मों का हिसाब किताब रखतें हैं.

हमें हमारे कर्मों के अनुसार वरदान या दण्ड प्रदान करतें हैं. अगर किसी मनुष्य के कर्म अच्छे हैं, तो श्री शनि देव जी उसे सुख और समृद्धि का वरदान देतें हैं. और अगर किसी मनुष्य ने अपने जीवन में हमेशा पाप और बुरे कर्म किये हैं तो श्री शनि देव जी उसे कठोर दंड देंते हैं.

शनि देव की वक्र दृष्टि से कोई भी नहीं बच सकता है.

हमे हमेशा से सही और अच्छे कर्म करने चाहिए. पाप कर्मो से दूर ही रहना चाहिए. हम अगर ख़राब काम करेंगे तो चाहे कितनी भी शनि देव जी की आराधना और स्तुति कर लें. वे हमे दंड अवस्य देंगे.

अगर हमारे कर्म अच्छे हुए तो वे हमें सुख और शांति प्रदान करेंगे.

इस कारण से अच्छे कर्म करें और श्री शनि देव जी से अपने द्वारा जाने अनजाने किये गए बुरे कर्मों के लिए क्षमा याचना करें. उनकी आराधना स्तुति करें. आगे से हमेशा सही कर्म करने की शपथ लें.

शनि देव की कृपा आप पर अवस्य रहेगी. जय श्री शनि देव.

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