Shravana Putrada Ekadashi 2023 – श्रावण महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाने वाली श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत अत्यंत ही महत्वपूर्ण व्रत है.
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आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे की श्रावण पुत्रदा एकादशी कब है? (Shravana Putrada Ekadashi 2023 Date), एकादशी तिथि के प्रारंभ और समाप्त होने का समय, श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत का पारण समय (Shravana Putrada Ekadashi Vrat 2023 Parana Time), श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत का महत्व आदि.
आप सबकी जानकारी के लिए बताना चाहूँगा की वर्ष में दो पुत्रदा एकादशी व्रत किया जाता है – पौष महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी व्रत को पौष पुत्रदा एकादशी और श्रावण महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी व्रत को श्रावण पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है.
Shravana Putrada Ekadashi 2023 Date श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत कब है?
सभी एकादशी व्रत (Ekadashi Vrat) का अपना विशेष महत्व होता है. और आप सबको जानकारी होगी ही की प्रत्येक माह दो एकादशी व्रत किया जाता है. एक कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को और एक शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को.
श्रावण महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को किये जाने वाले एकादशी व्रत को श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत के नाम से जाना जाता है.
साल 2023 में श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत 27 अगस्त 2023, रविवार को है.
श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत 2023 | 27 अगस्त 2023, रविवार |
Shravana Putrada Ekadashi Vrat 2023 | 27 August 2023, Sunday |
किसी भी एकादशी व्रत के दिन Vishnu Sahasranamam विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना अत्यंत ही शुभ और मंगलकारी होता है.
श्रद्धालु गण चलिए अब हम सब श्रावण शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि के प्रारंभ और समाप्त होने के समय की जानकारी भी प्राप्त करतें हैं.
श्रावण शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि
सम्पूर्ण श्रावण माह को अत्यंत ही पवित्र माह माना गया है. श्रावण महीने की शुक्ल पक्ष की एकदशी तिथि को भी अत्यंत ही पवित्र तिथि माना जाता है.
इसी कारण से श्रावण शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को किये जाने वाले व्रत को पवित्र एकादशी के नाम से भी जाना जाता है.
निचे टेबल में हमने श्रावण शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि के प्रारंभ और समाप्ति के समय की जानकारी दी हुई है. एकादशी व्रत करने वालों को इसकी जानकारी अत्यंत ही आवश्यक मानी जाती है.
श्रावण शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि प्रारंभ | 27 अगस्त 2023, रविवार 12:08 ए एम |
श्रावण शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि समाप्त | 27 अगस्त 2023, रविवार 09:32 पी एम |
एकादशी व्रत करने वालों के लिए पारण के समय की जानकारी भी अत्यंत ही आवश्यक है. यहाँ निचे हमने श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत का पारण समय दिया हुआ है.
श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत पारण का समय (Shravana Putrada Ekadashi 2023 Parana Time)
श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत का पारण एकादशी व्रत के दुसरे दिन प्रातः काल स्नान आदि करने के पश्चात पूजा आराधना करने के पश्चात करना चाहिए.
पारण के समय के लिए कुछ ज्योतिषीय गणना की जाती है. साधारण नियम यह है की द्वादशी तिथि में ही व्रत का पारण कर लेना चाहिए.
श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत का पारण 28 अगस्त 2023, सोमवार को किया जायेगा. वैसे तो सम्पूर्ण द्वादशी तिथि को जो की 28 अगस्त को संध्याकाल 06:22 पी एम तक है, श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत का पारण किया जा सकता है.
परन्तु 28 अगस्त 2023, सोमवार को प्रातः काल 06:00 ए एम से 08:30 ए एम के बिच श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत का पारण करना शुभ है.
श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत पारण | – |
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तारीख और दिन | 28 अगस्त 2023, सोमवार |
शुभ समय | 06:00 ए एम – 08:30 ए एम |
Importance of Shravana Putrada Ekadashi Vrat (श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत का महत्व)
एकादशी व्रत का हमारे हिन्दू धर्म में बहुत अधिक धार्मिक महत्व है. सभी एकादशी व्रत अत्यंत ही महत्वपूर्ण होतें हैं. सभी एकादशी व्रत का अपना विशेष महत्व होता है.
- श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत का भी हमारे हिन्दू धर्म में बहुत अधिक धार्मिक महत्व है.
- हमारे धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जिन लोगों को पुत्र नहीं होतें हैं, अगर वे श्रद्धापूर्वक पुत्रदा एकादशी व्रत करें तो उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हो सकती है.
- वर्ष में दो पुत्रदा एकादशी व्रत होतें हैं. पौष पुत्रदा एकादशी व्रत और श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत.
- श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत को अत्यंत ही पवित्र एकादशी व्रत माना गया है.
- भगवान श्री विष्णु की परम कृपा श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत करने के फलस्वरूप प्राप्त होती है.
- ह्रदय का शुद्धिकरण एकादशी व्रत करने से होता है.
- एकादशी व्रत के पश्चात ब्राह्मणों और जरूरतमंद लोगों को भोजन करवाना और दान दक्षिणा देना शुभ माना गया है.
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श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत के दिन सम्पूर्ण रूप से स्वच्छ और पवित्र होने के पश्चात भगवान श्री विष्णु की आराधना करें. सम्पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ श्री विष्णु जी की आरती करें. साथ ही एकादशी माता की आरती करना भी अत्यंत ही शुभ और मंगलकारी माना गया है.
प्रत्येक वर्ष श्रावण माह की शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि को श्रावण पुत्रदा एकादशी मनाई जाती है.
वर्ष में दो पुत्रदा एकादशी व्रत किया जाता है – 1. पौष पुत्रदा एकादशी व्रत 2. श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत.
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