Chaitra Navratri 2024 चैत्र नवरात्रि २०२४ – आज के इस पोस्ट में हम चैत्र नवरात्रि 2024 के बारे में चर्चा करेंगे. चैत्र नवरात्रि कब है? कलश स्थापना कब होगी? किस दिन कौन से पूजा होगी आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी इस पोस्ट में हम देने की कोशिश करेंगे.
नमस्कार, हम आपका स्वागत करतें हैं www.hdhrm.com में.
चैत्र नवरात्रि का भी हमारे हिन्दू धर्म में बहुत अधिक धार्मिक महत्व है. शारदीय नवरात्रि की तरह चैत्र नवरात्रि में भी कलश स्थापना की जाती है, और नौ दिनों तक माता का व्रत रखा जाता है.
नौ दिनों तक माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा आराधना की जाती है.
तो चलिए सबसे चैत्र नवरात्रि के बारे में कुछ चर्चा और उसके बाद जानतें हैं की साल 2024 में चैत्र नवरात्रि कब है? (Chaitra Navratri 2024 Date).
- Chaitra Navratri चैत्र नवरात्रि
- Chaitra Navratri 2024 Date – चैत्र नवरात्रि कब है?
- चैत्र नवरात्रि 2024 प्रतिपदा – कलश स्थापना और शैलपुत्री माता की पूजा
- चैत्र नवरात्रि 2024 द्वितीया ब्रह्मचारिणी माता पूजा
- चैत्र नवरात्रि 2024 तृतीया चंद्रघंटा माता की पूजा
- चैत्र नवरात्रि 2024 चतुर्थी कुष्मांडा माता पूजा
- चैत्र नवरात्रि 2024 पंचमी स्कंदमाता पूजा
- चैत्र नवरात्रि 2024 षष्ठी कात्यायनी माता पूजा
- चैत्र नवरात्रि 2024 सप्तमी कालरात्रि पूजा
- चैत्र नवरात्रि 2024 अष्टमी महागौरी पूजा
- चैत्र नवरात्रि 2024 महानवमी पूजा
- चैत्र नवरात्रि 2024 दशमी पूजा
Chaitra Navratri चैत्र नवरात्रि
वैसे तो प्रत्येक वर्ष चार नवरात्रि होती है. परन्तु मुख्य रूप से दो ही नवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है – शारदीय नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि. इसमें भी शारदीय नवरात्री का विशेष महत्व है.
चैत्र नवरात्री का भी अत्यंत धार्मिक महत्व है. इसमें भी माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. सभी कुछ दुर्गा पूजा वाले शारदीय नवरात्र की तरह ही होता है.
Chaitra Navratri 2024 Date – चैत्र नवरात्रि कब है?
चैत्र नवरात्रि प्रत्येक वर्ष चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होती है और चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को समाप्त होती है.
इस साल यानी की 2024 में चैत्र नवरात्रि 09 अप्रैल 2024, दिन मंगलवार से प्रारंभ होगी और 17 अप्रैल 2024 दिन बुधवार को समाप्त होगी.
चैत्र नवरात्रि 2024 प्रारम्भ | 09 अप्रैल 2024, मंगलवार |
चैत्र नवरात्रि 2024 समाप्त | 17 अप्रैल 2024, बुधवार |
अब हम बात करतें हैं की चैत्र नवरात्रि में किस दिन कौन सी पूजा होगी.
- 09 अप्रैल 2024, मंगलवार – प्रतिपदा – नवरात्रि शुरू – कलश स्थापना – शैलपुत्री माता की पूजा
- 10 अप्रैल 2024, बुधवार – द्वितीया – ब्रह्मचारिणी माता की पूजा
- 11 अप्रैल 2024, गुरुवार – तृतीया – चंद्रघंटा माता की पूजा
- 12 अप्रैल 2024, शुक्रवार – चतुर्थी – कुष्मांडा माता की पूजा
- 13 अप्रैल 2024, शनिवार – पंचमी – स्कंदमाता की पूजा
- 14 अप्रैल 2024, रविवार – षष्ठी – कात्यायनी माता की पूजा
- 15 अप्रैल 2024, सोमवार – सप्तमी – कालरात्रि माता की पूजा
- 16 अप्रैल 2024, मंगलवार – अष्टमी – महागौरी माता की पूजा
- 17 अप्रैल 2024, बुधवार – नवमी – माँ सिद्धिदात्री की पूजा ( साथ ही इस दिन रामनवमी भी है )
- 18 अप्रैल 2024, गुरुवार – दशमी
चैत्र नवरात्रि 2024 प्रतिपदा – कलश स्थापना और शैलपुत्री माता की पूजा
जैसा की सभी भक्तों को पता है की चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन यानी की चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि को कलश स्थापना की जाती है और नवरात्रि पूजा का संकल्प लिया जाता है.
प्रतिपदा तिथि को ही माँ दुर्गा के प्रथम रूप माँ शैलपुत्री की पूजा आराधना की जाती है.
Shailputri Mata – माँ शैलपुत्री मंत्र, प्रार्थना, कवच, आरती
Shailputri Mata Ki Aarti – शैलपुत्री माता की आरती
चैत्र नवरात्रि 2024 कलश स्थापना 09 अप्रैल 2024, मंगलवार को है और इसी दिन शैलपुत्री माता की पूजा आराधना भी की जायेगी.
चैत्र नवरात्रि 2024 द्वितीया ब्रह्मचारिणी माता पूजा
नवरात्रि के दुसरे दिन अर्थात चैत्र शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि को ब्रह्मचारिणी माता की पूजा की जाती है.
Brahmacharini Mata Ki Aarti ब्रह्मचारिणी माता की आरती
चैत्र नवरात्रि 2024 की द्वितीया तिथि ब्रह्मचारिणी माता की पूजा 10 अप्रैल 2024, बुधवार को की जायेगी.
Brahmacharini Mata – ब्रह्मचारिणी माता मंत्र, स्तोत्रम्
चैत्र नवरात्रि 2024 तृतीया चंद्रघंटा माता की पूजा
नवरात्रि के तीसरे दिन यानी की चैत्र शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को माँ दुर्गा के तीसरे रूप चंद्रघंटा माता की पूजा आराधना की जाती है.
Maa Chandraghanta – माँ चंद्रघंटा मंत्र, स्तोत्र, स्तुति
Chandraghanta Mata Aarti चंद्रघंटा माता आरती
चैत्र नवरात्रि 2024 तृतीया तिथि चंद्रघंटा माता की पूजा 11 अप्रैल 2024, गुरुवार को की जायेगी.
चैत्र नवरात्रि 2024 चतुर्थी कुष्मांडा माता पूजा
आप सबको बता दें की चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन यानी की चैत्र शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि को माँ दुर्गा के चौथे रूप कुष्मांडा माता की पूजा की जाती है.
चैत्र नवरात्रि 2024 चतुर्थी तिथि कुष्मांडा माता पूजा 12 अप्रैल 2024, शुक्रवार को की जायेगी.
Devi Kushmanda Mantra, Stotra, Prarthna, Kavach
चैत्र नवरात्रि 2024 पंचमी स्कंदमाता पूजा
नवरात्रि के पांचवे दिन पंचमी तिथि को स्कंदमाता की पूजा आराधना की जाती है.
चैत्र नवरात्रि 2024 पंचमी तिथि स्कंदमाता पूजा 13 अप्रैल 2024, शनिवार को की जायेगी.
Maa Skandmata – माँ स्कंदमाता मंत्र, स्तुति, स्तोत्र, आरती
Skandmata Ki Aarti स्कंदमाता की आरती
चैत्र नवरात्रि 2024 षष्ठी कात्यायनी माता पूजा
नवरात्रि के छठे दिन यानी की षष्ठी तिथि को स्कंदमाता की पूजा आराधना की जाती है.
चैत्र नवरात्रि 2024 षष्ठी तिथि कात्यायनी माता की पूजा 14 अप्रैल 2024, रविवार को की जायेगी.
Maa Katyayani Ki Aarti माँ कात्यायनी की आरती
चैत्र नवरात्रि 2024 सप्तमी कालरात्रि पूजा
नवरात्रि के सातवें दिन महासप्तमी की पूजा की जाती है. इस दिन माँ दुर्गा के कालरात्रि स्वरुप की आराधना की जाती है.
चैत्र नवरात्रि 2024 महासप्तमी कालरात्रि पूजा 15 अप्रैल 2024, सोमवार को की जायेगी.
Kalratri Mata Ki Aarti – कालरात्रि माता की आरती
Kalratri Mata – कालरात्रि माता मंत्र, स्तोत्र, कवच, आरती
चैत्र नवरात्रि 2024 अष्टमी महागौरी पूजा
नवरात्रि के आठवें दिन महाष्टमी पूजा की जाती है. इस दिन महागौरी माता की पूजा की जाती है.
चैत्र नवरात्रि 2024 महाष्टमी महागौरी पूजा 16 अप्रैल 2024, मंगलवार को की जायेगी.
Mahagauri Mata Ki Aarti महागौरी माता की आरती
Mahagauri Mata – माँ महागौरी मंत्र, स्तुति, स्तोत्र, आरती
चैत्र नवरात्रि 2024 महानवमी पूजा
नवरात्रि के नौवें दिन महानवमी पूजा की जाती है. इस दिन सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाती है. साथ ही इस दिन रामनवमी का भी उत्सव मनाया जाता है.
चैत्र नवरात्रि 2024 महानवमी पूजा 17 अप्रैल 2024, बुधवार को की जायेगी.
इस दिन 03:14 pm के बाद नवरात्रि व्रत का पारण किया जा सकता है.
Siddhidatri Mata ki Aarti सिद्धिदात्री माता की आरती
Siddhidatri Mata – माँ सिद्धिदात्री मंत्र, स्तुति, स्तोत्र, आरती
चैत्र नवरात्रि 2024 दशमी पूजा
नवरात्रि के दसवें दिन विजयादशमी मनाई जाती है.
चैत्र नवरात्रि 2024 दशमी पूजा 18 अप्रैल 2024, गुरुवार को किया जायेगा.
नवरात्रि का उत्सव सम्पूर्ण भारत में अत्यंत ही श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है. माता की अत्यंत ही पवित्र भाव के साथ पूजा अर्चना की जाती है. बहुत से लोग अपने घरों में कलश की स्थापना करतें हैं और माता की पूजा अर्चना करते हैं.
आप सब भी श्रद्धा और भक्ति के साथ माँ दुर्गे की आराधना करें.
हमारे अन्य प्रकाशनों को भी अवस्य देखें –
Om Jai Ambe Gauri Aarti ॐ जय अम्बे गौरी आरती
Aarti Jag Janani Main Teri Gaun आरती जग जननी मैं तेरी गाऊँ
Mangal Ki Seva Sun Meri Deva मंगल की सेवा सुन मेरी देवा
Ram Navami – राम नवमी कब है? Date and Shubh Muhurt
Sita Ashtami सीता अष्टमी – माता सीता जन्म दिवस
इस पोस्ट में दी गई जानकारी हमने सम्पूर्ण रिसर्च के बाद प्रकाशित की है. फिर भी अगर कहीं कोई त्रुटी हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखें या हमें ईमेल करें.
हम आवश्यक सुधार करेंगे.
चैत्र नवरात्रि चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होती है और नौ दिनों तक माँ दुर्गा के नौ रों की पूजा आराधना के पश्चात दशमी तिथि को समाप्त होती है.