शाकम्भरी नवरात्रि 2025 (Shakambhari Navratri 2025) सभी जानकारी

शाकम्भरी माता की आराधना और स्तुति का महापर्व है शाकम्भरी नवरात्रि. आज के इस प्रकाशन में हम सब शाकम्भरी नवरात्रि 2025 (Shakambhari Navratri 2025) से संबंद्धित जानकारी प्राप्त करेंगे.

माँ शाकम्भरी के समस्त भक्तों का हम www.hdhrm.com में हार्दिक अभिनंदन करतें हैं.

शक्ति स्वरुप माँ शाकम्भरी को समर्पित है शाकम्भरी नवरात्रि उत्सव. हमारे देश के कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, और तमिलनाडु में शाकम्भरी नवरात्रि अत्यंत ही प्रसिद्ध उत्सव है.

माँ शाकम्भरी देवी को बनशंकरी देवी के नाम से भी जाना जाता है.

तो चलिए बिना देर किये हम इस प्रकाशन को आगे बढातें हैं, और सबसे पहले हम सब शाकम्भरी नवरात्रि से संबंद्धित कुछ जानकारी प्राप्त करतें हैं.

शाकम्भरी नवरात्रि (Shakambhari Navratri) से संबंद्धित कुछ जानकारी

सभी नवरात्रि उत्सव का हमारे हिन्दू धर्म में अत्यंत ही धार्मिक महत्व माना गया है. शाकम्भरी नवरात्रि का भी बहुत अधिक धार्मिक महत्व है.

शाकम्भरी नवरात्रि उत्सव अत्यंत नवरात्रि की तुलना में थोड़ा भिन्न है. जहाँ अन्य नवरात्रि का प्रारंभ शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि से होती है और शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को समाप्त होती है.

परन्तु शाकम्भरी नवरात्रि का प्रारंभ पौष शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि से होती है और पौष पूर्णिमा तिथि को समाप्त होती है.

शाकम्भरी नवरात्रि सम्पूर्ण रूप से माँ शाकम्भरी देवी को समर्पित है.

आप सबको जानकारी देना चाहूँगा की शाकम्भरी माता भी देवी भगवती का ही रूप है. माँ शाकम्भरी इस धरा पर अकाल और खाने की कमी से रक्षा के लिए अवतरित हुई है.

शाकम्भरी देवी को फल-फुल, अनाज, हरे पत्ते, शाक सब्जी की देवी मानी जाती है. माँ शाकम्भरी देवी की पूजा सम्पूर्ण रूप से शाकाहारी वस्तुओं से ही की जाती है.

शाकम्भरी नवरात्रि में सामान्यतया 8 दिनों की पूजा की जाती है. कुछ विशेष वर्षों में इसमें कुछ फेरबदल हो जाती है.

शाकम्भरी नवरात्रि 2025 (Shakambhari Navratri 2025)

Shakambhari

चलिए अब हम सब जानतें हैं की साल 2025 में शाकम्भरी नवरात्रि का उत्सव कब मनाया जायेगा.

आप सबकी जानकारी के लिए बताना चाहूँगा की शाकम्भरी नवरात्रि 2025 (Shakambhari Navratri 2025) का प्रारंभ 07 जनवरी 2025, मंगलवार को बनादा अष्टमी से होगी और 13 जनवरी 2025, सोमवार को शाकम्भरी जयंती या शाकम्भरी पूर्णिमा को समाप्त होगी.

शाकम्भरी नवरात्रि 2025 प्रारंभ07 जनवरी 2025, मंगलवार
शाकम्भरी नवरात्रि 2025 समाप्त13 जनवरी 2025, सोमवार

बनादा अष्टमी 2025 (शाकम्भरी नवरात्रि प्रारंभ)

बनादा अष्टमी से ही शाकम्भरी नवरात्रि का प्रारंभ होता है. बनादा अष्टमी पौष माह शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि को मनाई जाती है. शाकम्भरी नवरात्रि का एक प्रमुख दिन होता है बनादा अष्टमी.

वर्ष 2025 में बनादा अष्टमी उत्सव 07 जनवरी 2025, मंगलवार को है.

बनादा अष्टमी 2025 (शाकम्भरी नवरात्रि प्रारंभ)07 जनवरी 2025, मंगलवार

शाकम्भरी जयंती ― शाकम्भरी पूर्णिमा

शाकम्भरी नवरात्रि का समापन शाकम्भरी पूर्णिमा को होता है. इसी दिन शाकम्भरी जयंती मनाई जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पौष माह की पूर्णिमा तिथि को है शाकम्भरी माता अवतरित हुई थी. इस कारण से इस दिन माँ शाकम्भरी की जयंती भी मनाई जाती है.

शाकम्भरी पूर्णिमा को ही शाकम्भरी नवरात्रि का समापन भी होता है.

वर्ष 2025 में शाकम्भरी पूर्णिमा 13 जनवरी 2025, सोमवार को है.

शाकम्भरी पूर्णिमा/शाकम्भरी जयंती 202513 जनवरी 2025, सोमवार

शाकम्भरी नवरात्रि का महत्व (Importance of Shakambhari Navratri)

किसी भी पूजा पाठ का फल प्राप्त होने की सबसे पहली शर्त है ह्रदय में सम्पूर्ण श्रद्धा और विस्वास होना.

― श्री संजय जी
  • शाकम्भरी नवरात्रि माँ शाकम्भरी की आराधना का एक महत्वपूर्ण धार्मिक उत्सव है.
  • माँ शाकम्भरी की कृपा प्राप्त करने के लिए हम सब सम्पूर्ण श्रद्धा और विस्वास के साथ शाकम्भरी नवरात्रि का उत्सव मनाते हैं.
  • शाकम्भरी नवरात्रि सम्पूर्ण श्रद्धा और भक्तिपूर्वक करने से मनुष्य के ह्रदय में पवित्रता उत्पन्न होती है.
  • समस्त दिशाओं में सकारात्मक उर्जा का प्रावाह होने लगता है.
  • माँ शाकम्भरी की कृपा से अकाल और भोजन की कमी से मुक्ति मिलती है.
  • शाकम्भरी माता की कृपा से दुःख और दारिद्रय का नाश होता है.

आज के इस प्रकाशन को हम यहीं समाप्त कर रहें हैं. आप सबसे निवेदन है की कृप्या कमेंट बॉक्स में अपने विचार अवश्य लिखें.

शाकम्भरी नवरात्रि का प्रारंभ किस तिथि से होता है?

पौष माह शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि से शाकम्भरी नवरात्रि का प्रारंभ होता है. इस तिथि को शाकम्भरी नवरात्रि का प्रथम उत्सव बनादा अष्टमी मनाई जाती है.

शाकम्भरी नवरात्रि का समापन किस तिथि को होता है?

पौष माह की पूर्णिमा तिथि को शाकम्भरी नवरात्रि का समापन होता है. इस तिथि को शाकम्भरी जयंती मनाई जाती है.

कुछ और महत्वपूर्ण उत्सवों को जानकारी

देवी दुर्गा भगवती की आराधना से संबंद्धित कुछ प्रकाशन

Aarti Jag Janani Main Teri Gaun आरती जग जननी मैं तेरी गाऊँ

Maa Baglamukhi Aarti माँ बगलामुखी आरती

Annapurna Stotra – श्री अन्नपूर्णा स्तोत्रम्

Maa Kali Chalisa | माँ काली चालीसा

Maa Kali Aarti | माँ काली आरती – Ambe Tu Hai Jagdambe Kali

Shri Sanjay Ji

All the post of this site are written and managed by Shri Sanjay Ji. इस साईट की सभी प्रकाशन श्री संजय जी के द्वारा लिखी और मैनेज की जाती है.

Leave a Reply